ज्येष्ठ अमावस्या में करें ये उपाय – दूर होंगी सारी परेशानियाँ

परिचय:

हिंदू पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि का विशेष धार्मिक, आध्यात्मिक और ज्योतिषीय महत्व है। यह तिथि न केवल पितृ तर्पण व पितृ दोष निवारण के लिए उत्तम मानी जाती है, बल्कि तंत्र-मंत्र साधना, काले जादू से बचाव और दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदलने के लिए भी श्रेष्ठ मानी जाती है। इस दिन कुछ खास उपाय करने से जीवन में आ रही बाधाएँ, दरिद्रता, शत्रु बाधा और पारिवारिक कलह समाप्त हो सकती है।

ज्येष्ठ अमावस्या का महत्व

  • यह तिथि पितरों को प्रसन्न करने के लिए आदर्श समय होती है। इस दिन पिंडदान, तर्पण और श्राद्ध करने से पितृ दोष दूर होता है।
  • यह दिन जल दान, अन्न दान और व्रत के लिए शुभ होता है।
  • ज्येष्ठ अमावस्या विशेष रूप से गर्मी के मौसम में आती है, अतः जल और पीपल पूजन का भी इसमें खास महत्व है।

अमावस्या पर उपाय क्यों करें?

अमावस्या को नई शुरुआत, आत्मचिंतन और बुराइयों को समाप्त करने का अवसर माना जाता है। यदि इस दिन कुछ सरल और सटीक उपाय किए जाएँ तो नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और जीवन में सकारात्मकता का संचार होता है।


1. पीपल वृक्ष की पूजा

कैसे करें:

  • सुबह स्नान करके पीपल के पेड़ के नीचे जाएं।
  • शुद्ध जल, कच्चा दूध, गुड़ और चावल अर्पित करें।
  • सात बार पेड़ की परिक्रमा करें।
  • “ॐ नमः भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप करें।

लाभ: इससे पितृ दोष शांत होता है, आर्थिक स्थिति में सुधार आता है और घर में सुख-शांति बनी रहती है।


2. पितरों को जल अर्पण करें

कैसे करें:

  • प्रातःकाल या संध्या समय में तिल, जल, दूध, चावल और कुश मिलाकर दक्षिण दिशा की ओर मुख करके जल अर्पण करें।
  • पितरों का स्मरण करें और “ॐ पितृभ्यः स्वधा नमः” मंत्र का जाप करें।

लाभ: इससे पूर्वज प्रसन्न होते हैं और उनके आशीर्वाद से जीवन में स्थिरता आती है।


3. शनि दोष शांति उपाय

ज्येष्ठ अमावस्या शनिवार को पड़े तो यह संयोग विशेष शुभ होता है।

कैसे करें:

  • शनिदेव के मंदिर जाएं।
  • सरसों का तेल, काली उड़द, काले तिल, नीला फूल चढ़ाएं।
  • 108 बार “ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्र का जाप करें।

लाभ: इससे शनि की साढ़ेसाती और ढैया के दोष कम होते हैं, नौकरी और व्यवसाय में तरक्की होती है।


4. दरिद्रता दूर करने के लिए उपाय

कैसे करें:

  • शाम के समय किसी श्मशान या नदी किनारे जाकर आटे के दीपक में सरसों का तेल डालकर दीप जलाएं।
  • “ॐ नमः शिवाय” का जाप करते हुए दीपक बहते जल में प्रवाहित करें।

लाभ: घर की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और दरिद्रता से मुक्ति मिलती है।


5. धन प्राप्ति के लिए खास उपाय

कैसे करें:

  • तांबे के पात्र में जल, एक चुटकी हल्दी, गुड़ और चावल डालकर सूर्य को अर्घ्य दें।
  • “ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभ्यो नमः” का 108 बार जाप करें।

लाभ: लक्ष्मी कृपा प्राप्त होती है और आय के नए स्रोत बनते हैं।


6. घर की सुख-शांति के लिए उपाय

कैसे करें:

  • घर में गंगाजल का छिड़काव करें।
  • शाम को तुलसी के पौधे के पास घी का दीपक जलाएं और भगवान विष्णु का ध्यान करें।

लाभ: पारिवारिक कलह समाप्त होता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।


7. तंत्र बाधा और नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति का उपाय

कैसे करें:

  • काले कपड़े में सात काली मिर्च, एक नींबू और एक लौंक बांध लें।
  • इसे सिर पर सात बार वार कर सुनसान जगह या चौराहे पर फेंक आएं।

लाभ: तंत्र बाधा, नज़र दोष और बुरी शक्तियों से बचाव होता है।


8. ज्येष्ठ अमावस्या पर दान का महत्व

दान करने योग्य वस्तुएं:

  • जल से भरे घड़े
  • छाता
  • चप्पल
  • सत्तू
  • गुड़
  • चावल
  • वस्त्र

लाभ: इससे जीवन में पुण्य संचित होता है और ग्रह दोषों की शांति होती है।


9. ब्राह्मण भोजन और गौ सेवा

इस दिन किसी ब्राह्मण को भोजन करवाना या गौ सेवा करना विशेष शुभ माना जाता है।

लाभ: इससे पितरों की आत्मा तृप्त होती है और व्यक्ति को संतान, स्वास्थ्य और धन संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिलता

Leave a Comment