हिंदू धर्म में हर महीने का अपना खास महत्व होता है, और वैशाख मास तो विशेष रूप से पवित्र माना जाता है। साल 2025 में वैशाख मास 13 अप्रैल से शुरू होकर 12 मई तक चलेगा। ये महीना भगवान विष्णु की भक्ति, दान-पुण्य और तप का समय होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस महीने में कुछ चीजों का दान करना शुभ नहीं माना जाता, खासकर तेल? आइए जानते हैं इसके पीछे की वजह और ज्योतिषीय मान्यताएँ।
वैशाख मास 2025
वैशाख मास का महत्व
वैशाख मास का महत्व

वैशाख मास गर्मी के मौसम में आता है और इसे आध्यात्मिक शुद्धि का महीना कहा जाता है। इस दौरान जल दान, छाया दान (पेड़ लगाना या छतरी देchs, और गरीबों को भोजन देना जैसे कार्य शुभ माने जाते हैं। लेकिन तेल का दान इस महीने में वर्जित है। ऐसा क्यों? इसके पीछे ज्योतिष और धार्मिक मान्यताएँ छिपी हैं।
तेल दान क्यों है अशुभ?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, वैशाख मास में शनि ग्रह का प्रभाव बढ़ जाता है। शनि को तेल से जोड़ा जाता है, और इस ग्रह को शांत रखने के लिए तेल का दान आमतौर पर मंगलवार या शनिवार को किया जाता है। लेकिन वैशाख मास में तेल दान करने से शनि का प्रभाव और मजबूत हो सकता है, जिससे जीवन में परेशानियाँ बढ़ सकती हैं—like स्वास्थ्य में कमी, आर्थिक तंगी या पारिवारिक कलह।
इसके अलावा, पौराणिक कथाओं में भी तेल को शनि से जोड़ा गया है। एक कथा के अनुसार, शनि देव को तेल चढ़ाने से उनकी कृपा मिलती है, लेकिन वैशाख मास में ये उल्टा असर कर सकता है, क्योंकि ये महीना विष्णु भक्ति के लिए समर्पित है, न कि शनि की पूजा के लिए।
धार्मिक मान्यता
वैशाख मास में तेल का संबंध गर्मी और भारीपन से भी जोड़ा जाता है। गर्मियों में तेल का इस्तेमाल या दान करना शरीर और मन पर नकारात्मक असर डाल सकता है। इसलिए इस महीने में हल्के और शीतल चीजों—like जल, फल, या शरबत—का दान करना ज्यादा उचित माना जाता है।
क्या करें और क्या न करें?
- करें: वैशाख मास में जल से भरे घड़े का दान करें। ये भगवान विष्णु को प्रसन्न करता है और पुण्य देता है।
- न करें: तेल, तिल, या भारी चीजों का दान करने से बचें।
- करें: गरीबों को छाता, चप्पल या पंखा दान करें। इससे छाया दान का पुण्य मिलता है।
- न करें: इस महीने में तेल से बनी चीजें—like तली हुई मिठाइयाँ—दान न करें।
वैशाख मास में शुभ दान
अगर आप इस महीने में दान करना चाहते हैं, तो इन जरूरी बातों पर ध्यान दें:
- जल दान: मटके में पानी भरकर जरूरतमंदों को दें।
- फल: कार्टून फल जैसे तरबूज, खरबूजा या आम दान करें।
- वस्त्र: औद्योगिक सूती कपड़े दान करें, जो गर्मी में आरामदेह हों।
निष्कर्ष
वैशाख मास 2025 में दान-पुण्य का विशेष महत्व है, लेकिन सही चीजों का चयन जरूरी है। तेल का दान इस महीने में अशुभ माना जाता है, क्योंकि ये शनि के प्रभाव को बढ़ा सकता है और जीवन में असंतुलन ला सकता है। इसके बजाय, इस पवित्र महीने में जल, फल और छाया से जुड़े दान करें, ताकि आपको पुण्य मिले और जीवन में सुख-शांति बनी रहे।
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